सरकार द्वारा छोटे एवं सीमांत किसानों को अनेक प्रकार की योजना का लाभ किया जा रहा है, अन्य योजना ऑन के आधार पर सरकार ने एक और नई योजना शुरू की है जिसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना नाम दिया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है हर खेत को पानी के लक्ष्य तक पहुंचाना। इस योजना की शुरुआत 6 जुलाई 2015 को की गई थी इसका उद्देश्य देश में कृषि क्षेत्र में जल संसाधनों का समुचित और दक्ष उपयोग सुनिश्चित करना। ताकि हर खेत को पानी और हर बूंद से ज्यादा फसल के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। और इस सिंचाई योजना के माध्यम से कृषि क्षेत्र में पानी के दोहन को कम करने एवं जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
वर्तमान में जल संसाधनों की कमी के कारण यह प्रणाली एक महत्वपूर्ण साबित होने वाली है क्योंकि आखिर तक पानी की उपलब्धता होगी और पानी की बचत होगी तथा पानी को आगे तक भेजने में आसानी होगी, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा दिया गया है यह एक सिंचाई की आधुनिक तकनीकी है इसके माध्यम से जल संरक्षण किया जा सकता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है, इस योजना के क्या उद्देश्य हैं, योजना के तहत कितनी सब्सिडी मिलेगी, आइये इन सभी जानकारी के बारे में हम आपको विस्तृत से बताते हैं।
PM सिंचाई योजना के उद्देश्य
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के मुख्य उद्देश्य भारतीय कृषि को सिंचाई सुविधा से जोड़कर जल उपयोग की दक्षता और कृषकों की आय में वृद्धि करना है, उद्देश्यों के बारे में संपूर्ण जानकारी निम्नलिखित है :-
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य है हर खेत को पानी देना यानि कि देश के हर किसान और हर खेत तक सिंचाई की सुविधा को उपलब्ध करवाना, जिसके कारण सिंचित क्षेत्रफल को बढ़ाया जा सके।
- जल संरक्षण और जल प्रबंधन को बढ़ावा देना जिसके कारण वर्षा जल संचय और जल भरन को बढ़ावा मिलेगा तथा जल ग्रहण क्षेत्र विकास द्वारा मिट्टी और जल संरक्षण होगा और पानी का संगठन कर चुके की स्थिति में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- जल के कुशल और सटीक प्रयोग को बढ़ावा देना ताकि कम पानी में ज्यादा उत्पादन संभव हो सके इसके लिए ड्रिप इरीगेशन और स्प्रिंकलर सिस्टम जैसी माइक्रो इरिगेशन तकनीक को बढ़ावा देना।
- पहले से लंबित सिंचाई परियोजना और योजनाओं को पूरा करना, क्योंकि देरी से किसानों को नुकसान होता है।
- जल संसाधनों का एकीकृत और समन्वित उपयोग सुनिश्चित करना।
- स्थानीय जल संसाधनों का विकास जैसे नदियों नालू जलासुओं और जिलों के जल का उपयोग हो और सामुदायिक जल संरचना जैसे खेत, तालाब, चेक डैम, बंधा आदि का निर्माण करना।
- इस योजना के माध्यम से कृषक आई में वृद्धि होगी, क्योंकि सिंचाई की बेहतर व्यवस्था से पैदावार बढ़ेगी।
- जल संकट स्रोतों में इस योजना के माध्यम से विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि उन क्षेत्रों में सुखा, जल संकट या असमान वर्षा की समस्या को समाप्त किया जा सके।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लाभ
इस सिंचाई योजना के तहत किसानों को कृषि उपकरण पर सरकार द्वारा सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाएगी, छोटे एवं सीमांत वर्ग के किसानों को इस योजना के माध्यम से 55% तक सब्सिडी उपलब्ध करवाई जा रही है लेकिन कुछ राज्यों में इस सब्सिडी का दायरा बहुत ही ज्यादा है और किसानों को 90% तक सब्सिडी दी जा रही है। सिंचाई प्रणाली के प्रकार के अनुसार ड्रिप सिंचाई के लिए 55% से लेकर 90% तक सरकार द्वारा सब्सिडी किसानों को दी जा रही है, केंद्र सरकार द्वारा इस योजना में 60% का अनुदान एवं राज्य सरकार द्वारा 40% का अनुदान दिया जाता है। जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में इस योजना के तहत 100% अनुदान केंद्र सरकार की ओर से दिया जाता है। तथा यह सब्सिडी योजना अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग प्रकार से दी जा रही है आप जिस भी राज्य में इस योजना के लिए आवेदन कर रहे हैं उससे पहले कृषि विभाग की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर संपूर्ण जानकारी चेक करें।
लाभ कैसे प्राप्त करें ?
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करने वाला किस भारतीय नागरिक होना चाहिए, इस योजना के लिए सभी केटेगरी के किसान आवेदन कर सकते हैं, अवेडा के पास स्वयं की कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए, तथा किसान के पास आधार कार्ड से लिंक बैंक खाता होना चाहिए जिसमें सब्सिडी की राशि सरकार द्वारा स्थानांतरित की जाएगी। इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए किसान अपने संबंधित राज्य की कृषि विभाग पोर्टल या राष्ट्रीय कृषि पोर्टल की माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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