जवाहर नवोदय विद्यालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक आवासीय विद्यालय प्रणाली है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी लेकिन सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को गुणवत्तापूर्ण और नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करना है यह विद्यालय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता प्राप्त होते हैं। नवोदय विद्यालय की शुरुआत 1986 में की गई थी और यह शुरुआत राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हुई थी, और प्रथम नवोदय विद्यालय की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नवंबर 1985 में हुई थी और पहले विद्यालय हरियाणा के झज्जर जिले में स्थापित किया गया था। और वर्तमान में 2025 तक भारत में कुल 660 प्लस विद्यालय कार्यरत हैं और भारत के हर जिले में एक नवोदय विद्यालय हैं।
नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 में प्रवेश के लिए हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा करवाई जाती है, इन विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र के हॉनर छात्रों को 600 जैसी गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध करवाई जाती हैं तथा समानता के समान अवसर दिए जाते हैं जैसे आर्थिक सामाजिक और क्षेत्रीय असमानताओं को काम किया जाता है। इसके साथ निशुल्क आवश्यक सुविधा दी जाती है जिसमें छात्रों को मुफ्त में रहना, पढ़ाई करना, भोजन, पुस्तक वर्दी आदि उपलब्ध करवाई जाती है। यह एक आवासीय विद्यालय होता है इसके लिए सरकार द्वारा समय-समय पर इसमें शिक्षकों की नियुक्ति हेतु वैकेंसी निकाली जाती हैं। नवोदय विद्यालय में शिक्षक के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे पीजीटी शिक्षक टीजीटी शिक्षक एवं विशेष शिक्षक। आइये हम इन शिक्षक के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको डिटेल्स में बताते हैं।
नवोदय विद्यालय शिक्षक एवं उनके प्रकार
नवोदय विद्यालय शिक्षक वे शिक्षक होते हैं जो जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ते हैं यह सभी शिक्षक नवोदय विद्यालय समिति के अंतर्गत कार्य करते हैं यह शिक्षक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाते हैं। नवोदय विद्यालय में शिक्षक के कई प्रकार हैं जैसे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक, स्नात्तकोत्तर शिक्षक, प्राथमिक शिक्षक, संगीत/ कला शिक्षक, शारीरिक शिक्षा शिक्षक और पुस्तकालय अध्यक्ष।
1. स्नात्तकोत्तर शिक्षक
इन शिक्षकों को पीजीटी टीचर कहा जाता है ये वें शिक्षक होते है जो कक्षा 11 और 12 के छात्रों को उनके विषय के अनुसार उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करते हैं, ये शिक्षक CBSE पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ते हैं और विषय विशेषज्ञ होते हैं। पीजीटी शिक्षक नवोदय विद्यालय समिति के अंतर्गत कार्य करते हैं जो शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है। पीजीटी शिक्षक के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट की अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक होनी चाहिए तथा शैक्षणिक योग्यता के रूप में संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएट कम से कम 50% अंकों के साथ एवं प्रोफेशनल योग्यता के रूप में बीएड डिग्री होनी आवश्यक है। और कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान होना आवश्यक है। पोस्ट ग्रेजुएट टीचर का शुरुआती वेतन अनुमानित 55000 से 75000 प्रति महीने हो सकता है और उन्हें अन्य लाभ के रूप में आवास सुविधा दी जाती है।
2. प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक
इन्हे टीजीटी शिक्षक कहा जाता है यह वे शिक्षक होते हैं जो कक्षा 6 से 10 तक की विद्यार्थियों को उनके विषय के अनुसार बढ़ाते हैं ये शिक्षक CBSE पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा प्रदान करते हैं, और नवोदय विद्यालय समिति के अधीन कार्य करते हैं। टीजीटी शिक्षक का मुख्य उद्देश्य होता है छात्रों को विषय की मजबूत नहीं देना और ग्रामीण प्रतिभाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाना ताकि चरित्र निर्माण अनुशासन और नैतिकता बोलियां पर जोर दिया जा सके तथा आवासीय विद्यालय में छात्रों की गतिविधियों की देखरेख करना। इसमें आवेदन करने के लिए कैंडिडेट की अधिकतम उम्र सीमा 35 वर्ष तक होनी चाहिए और क्षेत्र की योग्यता के रूप में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय संबंधित विषय में 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन डिग्री एवं प्रोफेशनल योग्यता के रूप में B.Ed डिग्री होनी आवश्यक है तथा इसके साथ अनिवार्य योग्यता के रूप में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर दो पास होना चाहिए। तथा कैंडिडेट को अनुमानित वेतन 50000 से ₹70000 प्रतिमाह मिल सकता है।
3. विशेष/ अन्य शिक्षक
इस प्रकार के शिक्षकों को विशेष या मिश्रित शिक्षक कहा जाता है, इसमें कला शिक्षक/ संगीत शिक्षक/ शारीरिक शिक्षा शिक्षक इत्यादि आते हैं। इन शिक्षकों के पास विशेष कोर्स या डिप्लोमा संबंधित क्षेत्र में होता है और इनके लिए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करना आवश्यक नहीं है और इन पदों के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट की अधिकतम उम्र सीमा 35 वर्ष तक होनी चाहिए आरक्षित वर्ग के आवेदन कर्ताओं को अधिकतम उम्र सीमा में छूट का प्रावधान है। इन शिक्षकों को वेतन स्थिति के अनुसार मिलता है और अनुमानित वेतन ₹45000 से लेकर ₹65000 प्रति माह तक हो सकता है।
चयन प्रक्रिया एवं विशेष लाभ
नवोदय विद्यालय समिति द्वारा शिक्षकों का चयन निम्न प्रकार से किया जाता है इसमें सबसे पहले लिखित परीक्षा का आयोजन होता है जो कंप्यूटर आधारित होती हैं, इसके पश्चात साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है और फिर दस्तावेज सत्यापन होता है इसके पश्चात योग्यता सूची के आधार पर कैंडीडेट्स का चयन किया जाता है। चयन होने वाले कैंडिडेट्स को विशेष लाभ के रूप में नि:शुल्क आवास सुविधा/ भोजन सुविधा/ मेडिकल सुविधा और राष्ट्रीय स्थानांतरण नीति का लाभ मिलता है और इसके साथ अन्य भत्ते भी सम्मिलित होते हैं।